Course Overview

दुनिया का सबसे युवा देश भारत है जहाँ की 65 प्रतिशत से ज्यादा आबादी 35 वर्ष से कम उम्र की है जबकि 50 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या 25 वर्ष से कम उम्र की है। यह हमारे देश के लिए बड़ी सम्भावनाओं के साथ एक बड़ी चुनौती भी है कि कैसे युवाओं को आधुनिक कौशल के साथ प्रशिक्षित किया जाय जिससे कि युवाओं को नौकरी के पीछे न भागकर दूसरों को नौकरी देने के लायक बनाया जा सके। आज कौशल विकास एवं उद्यमिता की चर्चा खूब हो रही है और कौशल विकास, स्टार्ट-अप इंडिया, मुद्रा योजना, रफतार जैसे योजनाओं के साथ युवाओं को उद्यमिता की ओर प्रोत्साहित किया जा रहा है। आज हम 21वीं सदी में हैं जहाँ पर प्रतिदिन बाजार के स्वरूप में परिवर्तन देखने को मिल रहा है।

ऐसी स्थिति में क्या आप उद्यमी बनने के लिए तैयार हैं?

  • क्या आप कुछ नया करने तथा उस पर पहल करने की सोच रखते हैं?
  • क्या आप अपने लक्ष्य के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित हैं?
यदि हाँ, तो आप इस पाठ्यक्रम का हिस्सा बन सकते हैं।

The youngest country in the world is India, where more than 65 percent of the population is under 35 years of age while more than 50 percent of the population is under 25 years of age. It is also a big challenge for our country with great potential to train youth with modern skills so that the youth are not able to run after the job and make others capable of giving jobs. Today there is a lot of discussion about skill development and entrepreneurship, Youths are being encouraged towards entrepreneurship with schemes like Start-up India, Mudra Yojana, Rufftar. Today we are in the 21st century where changes are seen in the appearance of the market every day.

Are you ready to become an entrepreneur in such a situation?

  • Do you plan to do something new and take initiative on it?
  • Are you fully committed to your goal?
  • If yes, then you can be a part of this course.

Learning Outcomes

  • उद्यमिता के मूलभूत सिद्धांत
  • स्वयं को पहचानना एवं प्रबंधन
  • व्यक्तिगत क्षमता विश्लेषण
  • उद्यमशीलता के अवसरों का आकलन एवं एक सफलतम उद्यम का सृजन
  • कृषि आधारित विभिन्न उद्यमों की समझ एवं क्रियान्वयन
  • वित्तीय प्रबंधन के साथ सफल परियोजना निर्माण में दक्षता
  • बाजार प्रबंधन के तहत उपभोगता व्यवहार एवं अपने उत्पाद की पैकेजिंग, ब्रांडिंग और उत्पाद की प्रचार-प्रसार करने में दक्षता

  • Fundamental Principles of Entrepreneurship
  • Self-Identification and Management
  • Personal capacity analysis
  • Assessing entrepreneurial opportunities and creating a successful enterprise
  • Understanding and implementation of various agro-based enterprises
  • Proficiency in successful project construction with financial management
  • Proficiency in consumer behavior and market packaging, branding and promotion of products under market management.

Instructor(s)
Dr. Ramdutt